ऐ जिन्दगी

 जिस दिन तू रूठेगी, वह दिन मुझे याद दिलाना
कितना रुलाया था मुझे तुम मेरे अपने ही जंग में

जिस दिन तू रूठेगी, वह दिन मुझे याद दिलाना
कितना रुलाया था मुझे तुम मेरे अपने ही जंग में

कायनात थे कइ खोये खोये से, ऐ जिन्दगी
मजबूर था मैं बस समय गवाह रहा है साथ में

कायनात थे कइ खोये खोये से, ऐ जिन्दगी
मजबूर था मैं बस समय गवाह रहा है साथ में

दूर दराज सपने कई बिखरे तरस आये सन्नाटे में
आखिरकार समेटे कुछ मगर दे दिये अपनों को याद में

दूर दराज सपने कई बिखरे तरस आये सन्नाटे में
आखिरकार समेटे कुछ मगर दे दिये अपनों को याद में

याद रख ऐ जिन्दगी मौत के माहोल में न कुछ तेरा न कोई मेरा
यह सब किये कराये कर्ज का घिनौना खिलवाड है जीवन के जश्न में

याद रख ऐ जिन्दगी मौत के माहोल में न कुछ तेरा न कोई मेरा
यह सब किये कराये कर्ज का घिनौना खिलवाड है जीवन के जश्न में

मिले राह में रिश्ते कई छूटे टूटे कई दहाड में
कालचक्र फिर सभी समेटे इकरार बेकरार में

मिले राह में रिश्ते कई छूटे टूटे कई दहाड में
कालचक्र फिर सभी समेटे इकरार बेकरार में

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