किनारा किसका..?
जब कही रुख जाए पल तो अच्छा होता
इकरार हम करे तो क्या हाल होता
न है कोई ऐतराज़ हमे तुम्हे भूलने को मजबूर किया होता
ओ सनम ये दिल के दरारों को देखो
जिसमे खून नहीं सिर्फ़ तेरा प्यार था २१४१३१
अब क्या हो गया इसे क्यों पत्थर सा बन गया
जिसके लिए मैं तडपा था ओ आज मेरे सामने नही
कोसों दूर चली गई तुम मुझे यों छोड़ कर
मेरा प्यार सच्चा था तेरा झूठा सही २१४१३१
आख़िर सब पर पानी फेर गया अब उस प्यार से क्या मतलब
ओ जाने जा हमदर्दी से जताना अब है क्या जब तुम न रही न तेरा प्यार
इकरार हम करे तो क्या हाल होता
न है कोई ऐतराज़ हमे तुम्हे भूलने को मजबूर किया होता
ओ सनम ये दिल के दरारों को देखो
जिसमे खून नहीं सिर्फ़ तेरा प्यार था २१४१३१
अब क्या हो गया इसे क्यों पत्थर सा बन गया
जिसके लिए मैं तडपा था ओ आज मेरे सामने नही
कोसों दूर चली गई तुम मुझे यों छोड़ कर
मेरा प्यार सच्चा था तेरा झूठा सही २१४१३१
आख़िर सब पर पानी फेर गया अब उस प्यार से क्या मतलब
ओ जाने जा हमदर्दी से जताना अब है क्या जब तुम न रही न तेरा प्यार